जब युवती ने सुबह आकर सैंपल देने की बात कही ताे पुलिस काे सूचना देने की धमकी दी गई। ऐसे में रात 12.30 बजे डाॅक्टर आए तब युवती का सैंपल हुआ। युवती का कहना है कि मैंने अपनी जिम्मेदारी समझी। खुद क्वाइरेंटाइन में हूं, लेकिन अब डाॅक्टराें काे भी अपनी जिम्मेदारी समझनी हाेगी कि जाे लाेग सैंपल देने आ रहे हैं उन्हें इस तरह इंतजार न कराएं।
यह ताे एक मामला है, इसके अलावा कई मामले ऐसे भी सामने आ रहे हैं कि लाेग खुद के और पड़ोस के लाेगाें के विदेश यात्रा से लाैटने की सूचना जिम्मेदाराें काे दे रहे हैं, लेकिन बार-बार काॅल करने और जानकारी साझा करने के बाद भी स्वास्थ्य अमला संदिग्ध लाेगाें की स्क्रीनिंग करने पहुंच ही नहीं रहा है। अगर जिम्मेदार अभी नहीं चेते ताे इस तरह की लापरवाही पूरे समाज के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है।
छठवें दिन पहुंची टीम ने लिया सैंपल
ईदगाह हिल्स निवासी दिव्य काेटवानी इंग्लैंड की लब्राे स्पाेर्ट यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं। वे 19 मार्च काे भाेपाल पहुंचे थे। उन्हाेंने शाहजहांनाबाद थाने में इसकी सूचना दी थी, लेकिन मंगलवार तक टीम ने उनसे संपर्क ही नहीं किया। मंगलवार काे दिन में बुखार आने पर परिजनाें नेे सीएमएचअाे से बात की ताे रात करीब 10.30 बजे पहुंची टीम ने सैंपल लिया। रिपाेर्ट गुरुवार तक आने की उम्मीद है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कहा है कि किसी तरह के लक्षण नहीं मिले हैं।
जानकारी देने के 24 घंटे बाद भी नहीं पहुंचे
बेंगलुरु में नाैकरी करने वाला एक व्यक्ति एयरपाेर्ट राेड स्थित द ब्लेयर काॅलाेनी में अाकर रह रहा है। एयरपाेर्ट पर हुई स्क्रीनिंग के दाैरान उनकाे हाेम क्वाइरेंटाइन में रहने काे कहा गया था, लेकिन उक्त युवक घर से बाहर अाना-जाना कर रहा है। उसकेे ऐसा करने से दूसरे लाेगाें के संक्रमित हाेने की अाशंका काे देखते हुए रहवासियाें ने मंगलवार रात 104 काॅल सेंटर पर शिकायत दर्ज कराई। यहां से जिले की एपियाेडेमाेलाॅजिस्ट डाॅ. रश्मि जैन का नंबर दिया। उनसे बात की गई ताे उन्हाेंने उल्टा 104 पर काॅल करने की सलाह दे दी। तब से रहवासी 10 बार से ज्यादा काॅल कर चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां तक नहीं पहुंची है। जबकि रहवासियों की ओर से इस मामले की शिकायत एनएचएम की संचालक स्वाति मीणा से भी कर चुके हैं। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था, बावजूद इसके अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।